सेहत को भी लाभ पहुंचाता है मंगल का रत्न मूंगा | Health Benefits of wearing Red Coral
सौरमंडल के सबसे आक्रामक ग्रहों में से एक मंगल का रत्न है मूंगा जोकि लाल रंग का होता है। मूंगा रत्न के अनेक ज्योतिषीय लाभ होते हैं और ये सेहत को भी बहुत फायदा पहुंचाता है। इस रत्न को अगर सही तरह से और सही परिस्थिति में धारण किया जाए तो ये आपका जीवन बदल सकता है।
मंगल हैं स्वामी (Stone of Mars Planet)
मंगल ग्रह को सबसे आक्रामक और एकांतप्रिय ग्रह माना गया है। इस ग्रह को अकेले रहना ही पसंद होता है। जन्मकुंडली में मंगल को मजबूत करने और इसके शुभ प्रभाव को पाने के लिए मूंगा रत्न धारण किया जाता है।
मूंगा की आकृति (Shape of Coral Stone)
अन्य रत्नों की तरह मूंगा रासायनिक पदार्थों से मिलकर नहीं बना है बल्कि यह एक वनस्पति है। वनस्पति विज्ञान में भी इस रत्न का अध्ययन किया जाता है। समुद्र में पाया जाने वाला यह रत्न पानी से बाहर आने पर कठोर हो जाता है। इसका घनत्व लगभग 2.65 और कठोरता 3.5 से 4 तक होती है। यह रत्न बहुत चिकना होता है। अधिक घनत्व होने के कारण इसका औसत वजन भी अधिक होता है।
मूंगा रत्न के ज्योतिषीय लाभ ( Astrological Benefits of Coral)
- मंगल दोष से पीडित जातक को मूंगा रत्न पहनने से लाभ मिलता है। अगर मंगल दोष के कारण आपके विवाह में दिक्कतें आ रही हैं तो आपको मूंगा रत्न पहनने से लाभ मिलता है।
- व्यापार को बढ़ाने के लिए भी व्यापारीजन इस रत्न को पहन सकते हैं। ये रत्न धन-संपत्ति में वृद्धि करता है।
- शत्रुओं से रक्षा और मनोबल में वृद्धि हेतु भी इस रत्न को पहना जा सकता है। बुरी नज़र से बचने के लिए भी इस रत्न को पहना जाता है।
- कर्ज जैसी समस्या से मुक्ति पाने के लिए भी मूंगा रत्न पहना सकते हैं। कर्ज में डूबे लोगों को ये रत्न सही रास्ता दिखाता है।
- छात्रों के लिए भी यह रत्न फायदेमंद होता है। आत्मविश्वास में बढ़ोत्तरी, विचारों में सकारात्मकता लाने के लिए इस रत्न को धारण किया जाता है।
- अगर कुंडली में राहू या शनि के साथ कहीं भी मंगल बैठा हो तो आपको मूंगा धारण करने से बहुत लाभ होगा।
- प्रथम भाव में मंगल बैठा हो तो भी मूंगा रत्न धारण करने से फायदा होता है। अगर मंगल तीसरे भाव में हो तो भाई-बहनों के साथ क्लेश रहता है। ऐसी स्थिति में आपको मूंगा धारना करना चाहिए। इससे संबंधों में मधुरता आती है।
- चौथे भाव में मंगल हो तो जीवनसाथी का स्वास्थ्य खराब रहता है। ऐसे में मूंगा पहनना अच्छा रहता है।
मूंगा के स्वास्थ्य लाभ (health benefits of Coral Stone)
- त्वचा संबंधित रोगों और गला, ह्रदय, गठियाएवं श्वास संबंधित रोगों से छुटकारा दिलाने में मूंगा रत्न फायदेमंद होता है।
- बच्चे को मूंगा रत्न पहनाने पर से पेट दर्द और कुपोषण जैसे रोग नहीं होते हैं।
- यदि आपके परिवार का कोइसदस्य बहुत आलसी है और हर काम को करने में आनाकानी करता है तो उसे मूंगा रत्न धारण करना चाहिए। इस रत्न के प्रभाव से जातक मेहनती और अपने काम को लेकर गंभीर होता है।
- जिन स्त्रियों को रक्त की कमी, मासिक धर्म या रक्तचाप जैसी समस्याएं हैं, उन्हें मूंगा पहनने से इन बीमारियों को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। महिलाओं के लिए ये रत्न बहुत फायदेमंद होता है।
मूंगा रत्न की धारण विधि (procedure to wear coral stone)
मंगल ग्रह का रत्न होने के कारण इसे मंगलवार के दिन धारण किया जाता है। इस रत्न को सोने, चांदी या तांबे की अंगूठी में पहना जाता है। अंगूठी में मूंगा रत्न का वजन कम से कम 6 रत्ती का होना चाहिए। मंगलवार के दिन सुबह स्नान के बाद मंदिर के सामने आसन पर बैठ जाएं और इस रत्न की अंगूठी पर गंगाजल छिड़कें और 108 बार ऊंअंअंगारकाय नम: मंत्र का जाप करें। इसके पश्चात् इसे अनामिका अंगुली में धारण कर लें।
कौन कर सकता है धारण (who can wear moonga stone)
जिन लोगों का जन्म 21 मार्च से 20 अप्रैल या 21 अक्टूबर से 20 नवंबर के मध्य हुआ है उन्हें मूंगा रत्न धारण करना चाहिए। इसके अलावा चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ या तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू अक्षर से शुरु होने वाले नाम के लोगों को भी मूंगा रत्न पहनना चाहिए।
मूंगा रत्न का विकल्प (substitute of coral stone)
मूंगा ना मिल पाने की स्थिति में आप मूंगी, लाल तमड़ा, लाल जेस्पर, कहरूवा या विद्रुम मणि पहन सकते हैं। इन रत्नों को धारण करने पर भी मूंगा जैसा ही लाभ मिलता है।
मूंगा रत्न धारण करने पर बरतें सावधानी
मूंगा रत्न को हीरा, पन्ना, लहसुनिया, गोमेद और नीलम रत्न के साथ धारण नहीं करना चाहिए। अगर आप ज्योतिषीय सलाह के बाद इस रत्न को धारण करें तो ये आपको अपना शुभ फल दे पाता है।
Shubh Gems has a team of Gemstone / Healing Experts who guide you to choose the most suitable Gemstone based on your Birth-chart in Vedic Astrology. Have Query ?
Most beneficial health stone